Badam: सुबह खाली पेट बादाम खाने के चमत्कारिक लाभ (Magical Benefits of Eating Almond at First Morning)
बादाम का परिचय (Introduction of Almond)
बादाम क्या है? (What is Almond?)
सूखे मेवे या ड्राई फ्रूट्स में बादाम का नाम ना आये यह तो नामुमकिन है| सूखे मेवों में बादाम का अपना एक अलग ही महत्व है| इसके स्वाद को कभी लोग भुला नहीं पाते है| इसमें इतने सारे पोषक तत्व होते है जिनकी जरुरत जीवन में सभी को पड़ती है| अधिकतर लोग सिर्फ यह जानते है कि बदाम खाने से दिमाग तेज होता है| यह सिर्फ आधी जानकारी है| बदाम खाने से सिर्फ दिमाग ही तेज नहीं होता है इससे और भी कई ऐसे फायदें होते है जिन्हें जान कर आप भी इसका सेवन अगर नहीं करते है तो जल्द ही शुरू कर देंगे| आयुर्वेद में इसे एक औषधि के समान मान कर प्रयोग किया जाता है| आयुर्वेद के अनुसार यह कई सारे रोगों का शमन कर सकती है|
बदाम से कई सारे व्यंजन बनाये जाते है| जैसे बदाम का हलवा, मिठाई आदि| इसी प्रकार इसे खीर आदि व्यंजनों में सजावट के लिए भी ऊपर से डाला जाता है| इससे निर्मित तेल का प्रयोग लोग बालों में करते है| इससे काफी अच्छे परिणाम भी प्राप्त होते है| आइये आपको भी इससे होने वाले फायदों से परिचित कराते है|
बादाम में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients of Almond)
- विटामिन E, B
- फाइबर
- कैल्शियम
- फास्फोरस
- मैग्नीशियम
- कार्बोहाइड्रेट
- प्रोटीन
- कॉपर
- आयरन
- पोटेशियम
- जिंक
- फोलेट
बादाम का बाह्य स्वरुप (आकृति विज्ञान) (Morphology of Almond)
इसका पेड़ लगभग 8 मीटर तक ऊँचा हो सकता है| इसके तने की छाल कुछ लाल भूरे रंग की दिखाई पड़ती है| इसके पत्तें आकार में भाले के समान दिखाई पड़ते है| इसके फूल सफ़ेद और हलके लाल रंग के होते है| जब फल लगना शुरू होता है तो उस पर एक मखमली आवरण दिखाई देता है| जब यह थोडा पक जाता है तो यही आवरण कुछ कठोर अवस्था में आ जाता है| जब यह फल पूरी तरह से पक जाता है तो इसके बाद यह आवरण कुछ हल्के पीले रंग का तथा कठोर और मोटा हो जाता है| इस फल की गुठली कठोर और सूक्ष्म छिद्रों से युक्त होती है| इसकी गिरी खुरदरी, चपटी, आगे से नुकीली और भूरे रंग के आवरण से ढकी गुई रहती है| इसके फूल और फल जनवरी से अक्टूबर के मध्य आते है|
बादाम के सामान्य नाम (Almond common names)
वानस्पतिक नाम (Botanical Name) | Prunus dulcis |
अंग्रेजी (English) | Almond |
हिंदी (Hindi) | बादाम, बदाम |
संस्कृत (Sanskrit) | वाताद, वाताम, वातवैरी, सुफला, नेत्रोपमफल |
अन्य (Other) | बादामो (उड़िया) बादाम शिरिन (उर्दू) अमेन्डी (कोंकणी) वडुमै (तमिल) बिलायती बादाम (बंगाली) |
कुल (Family) | Rosaceae |
बादाम के आयुर्वेदिक गुण धर्म (Ayurvedic Properties of Almond)
दोष (Dosha) | वातहर, पित्तवर्धक |
रस (Taste) | मधुर |
गुण (Qualities) | गुरु, स्निग्ध |
वीर्य (Potency) | उष्ण |
विपाक(Post Digestion Effect) | मधुरा |
अन्य (Others) | वृस्य ,बल्य, मूत्रवर्धक |
बादाम भिगोकर खाना ही क्यों उत्तम रहता है?(Why should we only eat soaked almonds)
भीगी हुई बादाम सूखी बादाम की तुलना में अधिक लाभ देती है| बादाम को भिगोने से इसका छिलका आसानी से निकल जाता है| यदि इसे छिलके सहित खाया जाता है तो यह एंजाइम के स्त्रावण में अवरोध का कारण बन सकती है| भीगी हुई बदाम का पाचन आसानी से हो जाता है जबकि बिना भीगी बादाम पाचन म दिक्कत पैदा कर सकती है| इसी कारण भीगी हुई बदाम का ही सेवन करना चाहिए|
बादाम के फायदे(Benefits of Almond)
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद बादाम का सेवन (Almond for brain)
- मस्तिष्क के लिए बदाम का सेवन बहुत अधिक फायदेमंद होता है| क्योंकि इसके सेवन से नर्वस सिस्टम या तंत्रिका तंत्र को पोषण मिलता है| हमारा मस्तिष्क शरीर की सारी गतिविधियों को संचालित करता है| ऐसे में यदि इसमें कोई समस्या होगी तो जाहिर सी बात है कि शरीर की कई सारी क्रियाएँ भी प्रभावित होगी| मस्तिष्क से जुडी समस्याओं से आराम पाने के लिए शुद्ध बदाम के तेल की एक से दो बूंद नाक में डालें| इससे आपको जल्द ही मस्तिष्क से जुडी समस्याओं में आराम मिलेगा|
- मस्तिष्क से जुडी परेशानी में आप महामयूर नामक घी का प्रयोग भी कर सकते है| इससे आपको आराम मिलने की सम्भावना और भी बढ़ जाती है|
ऊर्जा में बढ़ोतरी करें (Almond for energy)
- रोज़ सुबह भीगे हुए 5 बदाम का सेवन आपको पूरे दिन की ऊर्जा देने का काम करता है| यदि आपको ऐसा लगता है कि थोड़े से काम के बाद आप थक जाते है तो ऐसे में आपको बदाम का सेवन जरुर शुरू कर देना चाहिए| ऊर्जा में बढ़ोतरी करने के साथ ही इसका सेवन आपको कमजोरी से बचाने के लिए भी उत्तरदायी होता है|
मधुमेह में (Almond for diabetes)
- मधुमेह रोग में कुछ चीज़े होती है जिन्हें आप सेवन नहीं कर सकते है| वे ऐसे पदार्थ होते है जिनमे ग्लूकोज की मात्रा अधिक पायी जाती है| लेकिन मधुमेह के रोगी बदाम का सेवन बिना किसी हिचकिचाहट के साथ कर सकते है| यह आपके रक्त में उपस्थित शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकती है|
पाचन के लिए (Badam for good digestion)
- बदाम में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो आपकी पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाये रखने में काफी मददगार साबित होते है| रोजाना कुछ मात्रा में भीगे हुए बदाम का सेवन करने से आपकी पाचन क्रिया सही ढंग से चलती रहती है|
वजन बढ़ने से रोके (Badam for weight loss)
- कई लोग वजन कम करने के लिए भिन्न भिन्न तरह की दवाओं का सेवन करने लगते है| जिनसे कई बार शरीर के दूसरे अंगों पर दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है| जिन लोगो का वजन बढ़ने का कारण अधिक भोजन है तो ऐसे में आप बादाम का सेवन कर सकते है| बादाम आपके पेट को अधिक देर तक भरा महसूस कराएगा जिससे आप अधिक खाने से बचेंगे तथा इस प्रकार आप वजन को बढ़ने से रोक सकते है|
दुर्बलता को दूर करें (Almond for weakness)
- शल्य चिकित्सा का ऑपरेशन के बाद आने वाली दुर्बलता में भीगे हुए बादाम में अश्वगंधा, पिपली और काली मिर्च को उचित मात्रा में अच्छी तरह मिलाकर पीसे| अब इसे दूध, घी, शक्कर के साथ मिलाकर सुबह-शाम भोजन से पहले लेने से दुर्बलता का शमन होता है|
- इसके अलावा बादाम की गिरी में मिश्री मिलाकर लेने से भी दुर्बलता दूर होती है इसके बाद यदि आप दूध का सेवन करते हैं तो इससे अद्भुत लाभ मिलते हैं|
बालों के लिए लाभदायक (Almond for hairs)
- बादाम में विटामिन E होता है जो बालों के लिए काफी लाभदायक माना जाता है| बादाम का सेवन करने या बादाम के तेल की बालों में अच्छे से मालिश करने से बालों को पोषण मिलता है तथा बालों से जुड़ी हुई समस्याओं में भी आराम मिलता है|
हड्डियों से जुड़ी समस्याओं (Almond for bones)
- हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी हुई समस्या गठिया में यदि बादाम आदि द्रव्य से बने हुए घी का सेवन किया जाता है तो इससे गठिया में लाभ मिलता है|
- इसके अलावा आप हड्डियों को मजबूत करने के लिए भीगे हुए बादाम का सेवन भी कर सकते हैं| बादाम में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को स्वस्थ बनाने का कार्य करता है|
दांतों के लिए (Badam for teeth)
- दांत से जुड़ी समस्या होने पर बादाम के छिलकों को जलाकर उसकी भस्म में बना ले| इस भस्म को दातों पर रगड़ने से दांत से जुड़ी समस्याओं का शमन होता है|
आंख आने पर
- आंख आने पर बादाम की गिरी को बारीक पीसकर उसमें घी और मिश्री मिलाकर दिन में दो बार लेने से आंख आने में लाभ मिलता है|
त्वचा संबंधी समस्याओं में (Almond for skin disease)
- बराबर मात्रा में सरसों, बादाम, वच और सेंधा नमक को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे पर पड़ने वाली छाया का शमन किया जा सकता है|
- बादाम का सेवन करने से आपकी त्वचा चमकदार होती है तथा साथ ही यह एंटी एजिंग का काम भी करती है| जिससे आप अपनी उम्र से कम लगते हैं| इसमें विटामिन E होता है जो सुंदरता बढ़ाने का काम करता है|
- शरीर में खुजली होने पर कड़वे बादाम को पीसकर लगाना चाहिए| इससे खुजली का शमन होता है|
- बदाम के बीजों को पीसकर यदि घाव, फोड़ो आदि पर लेप किया जाता है तो इससे लाभ मिलता है|
खाने में अरुचि होने पर
- खाने में अरुचि होने पर बादाम से निर्मित मुरब्बे का सेवन करना चाहिए| इसका सेवन करने से खाने में होने वाली है अरुचि समाप्त होती है|
बादाम एक विरेचक के रूप में
- यदि आप हल्का विरेचन चाहते हैं तो ऐसे में बादाम को अंजीर के साथ पीसकर सेवन करें| इससे हल्का विरेचन होगा तथा आंतों में होने वाले दर्द का भी समापन होगा|
हृदय के लिए (Almond for heart)
- बादाम का सेवन ह्रदय की समस्याओं में लाभ पहुंचा सकता है| बादाम में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम और फास्फोरस होते हैं जो हृदय से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं| यदि आप भी हृदय संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो बादाम का सेवन कर सकते हैं|
मासिक धर्म में बादाम (Almond for menstrual problem)
- मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द में यदि बादाम को पीसकर उसकी गोली बनाकर योनि में रखा जाता है तो इससे दर्द का शमन होता है|
वीर्य विकारों में (Almond for semen disorder)
- वीर्य विकारों में यदि बदाम की गिरी का सेवन किया जाता है तो इससे लाभ मिलता है|
- इसी प्रकार स्वप्नदोष की समस्या में यदि भीगे हुए बदाम की गिरी के साथ मिश्री को पीसकर उसमें गिलोय सत, घी और शहद मिलाकर दिन में 2 बार सेवन किया जाता है तो इससे स्वप्नदोष की समस्या दूर होती है|
खून बढ़ाएं (Almond for anemia)
- बदाम में फोलिक एसिड पाया जाता है जो शरीर में उपस्थित खून की मात्रा को बढ़ाता है यदि आप भी एनीमिया या रक्ताल्पता की समस्या से जूझ रहे हैं तो ऐसे में बदाम का सेवन एक सहायक औषधि के रूप में कर सकते हैं|
उपयोगी अंग (Important parts of Almond)
फल
सेवन मात्रा (Dosage of Almond)
5-10 बादाम (भीगे हुए )
सावधानियां (Precautions of Almond)
- उच्च रक्तचाप वाले लोगों को बदाम के सेवन से बचना चाहिए|
- जिन लोगों के किडनी या पित्ताशय में पथरी हो उन्हें भी बादाम के सेवन से परहेज करना चाहिए|
- अम्ल पित्त की समस्या वाले लोगों को बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए|