पिस्ता (Pista): इस सूखे मेवे में है सेहत के ढेर सारे फायदे जानकर हैरान हो जायेंगे (Pista : Common names, Benefits, Ayurvedic Properties)
पिस्ता का परिचय (Introduction of Pista)
पिस्ता क्या है? (What is Pista?)
कुछ चीज़ें ऐसी होती है जो खाने में सभी को पसंद आती है| उनमे से एक है पिस्ता | इसका प्रयोग खीर, आइसक्रीम, केक आदि में स्वाद और सजावट को बढ़ाने के लिए किया जाता है| इसके अलावा आप इसे एक सूखे मेवे के रूप में भिगो कर या रोस्ट करके भी खा सकते है| सभी लोग इसे पसंद तो बहुत करते है लेकिन इसके फायदों से अनजान रह जाते है| आज हम आपको पिस्ता से होने वाले ऐसे फायदों से परिचित कराएँगे जिन्हें जानने के बाद आप इसके सेवन से अपने आप को रोक नहीं पाएंगे| खाने में मुख्य रूप से इसके फल का प्रयोग किया जाता है|
विश्व में ईरान में इसका सबसे अधिक उत्पादन किया जाता है| आयुर्वेद के अनुसार इसे एक औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है| इसमें भरपूर मात्रा में वे सभी पोषक तत्व पाए जाते है जो हमे रोगों से दूर रखने में सहायता प्रदान करती है| इसके सेवन से हम कई ऐसी बिमारियों से दुरी बनाये रख सकते है जो एक बार हो जाने पर सालों तक पीछा नहीं छोडती है| यदि आप भी पिस्ता से जुडी पूरी जानकारी चाहते है तो इस लेख को विस्तार से पढ़ें|
पिस्ता में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Pista ke poshak tatva)
- पोटेशियम
- फास्फोरस
- मैग्नीशियम
- मेगनीज
- कैल्शियम
- विटामिनA,E,C,B,K
- फोलेट
- प्रोटीन
- कार्बोहाइड्रेट
- कॉपर
- फाइबर
पिस्ता का बाह्य स्वरुप (Pista ki akriti)
इसके पेड़ की ऊंचाई लगभग 10 मीटर तक हो सकती है| दिखने में इसका पेड़ कुछ आम के पेड़ के जैसा दिखाई पड़ता है| इसके तने की छाल खुरदरी, काँटों से युक्त, झुर्रीदार होती है| इसके पत्तें आकार में भाले के समान दिखाई देते है| इसके पेड़ पर एक प्रकार के कीड़ें अपना घर बनाते है| यह एक ओर से देखने पर गुलाबी तथा दूसरी ओर से देखने पर पीले सफ़ेद रंग के, भिन्न आकृति वाले, सुगन्धित होते है| इसके फूल छोटे होते है जो हरे से बैंगनी रंग के हो सकते है| इसके फलों पर एक आवरण होता है| इस आवरण को हटाने पर एक गिरी निकलती है| यही गिरी पिस्ता कहलाती है| इस गिरी पर भी एक बारीक लाल रंग का आवरण पाया जाता है जिससे गिरी पर कुछ लाल धब्बे पड़ जाते है| इसपर फूल और फल जनवरी से जून के मध्य आते है|
पिस्ता के सामान्य नाम (Pista common names)
वानस्पतिक नाम (Botanical Name) | Pistacia vera |
अंग्रेजी (English) | Green almond, Pistachio nut, Pistachio |
हिंदी (Hindi) | पिस्ता, गुली पिस्ता |
संस्कृत (Sanskrit) | मुकूलक, अभिषुक, चारुफल |
अन्य (Other) | पिस्ते (मराठी) पिस्ता (गुजराती) गुले पिस्ता (उर्दू) |
कुल (Family) | Anacardiaceae |
पिस्ता के फायदें (Pista ke fayde)
दुर्बलता का शमन करें (Pista for weakness)
- दुर्बलता होने पर यदि व्यक्ति पिस्ता के बीजों को भूनकर सेवन करता है तो इससे सामान्य दुर्बलता का शमन होता है| इसके साथ ही आप भीगे हुए पिस्ता का सेवन भी दुर्बलता को दूर करने के लिए कर सकते हैं|
गर्भावस्था और स्तनपान में पिस्ता का सेवन (Pista for pregnancy)
- गर्भवती महिला और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पिस्ता का सेवन बहुत अधिक लाभकारी माना गया है| पिस्ता में फोलेट नामक पोषक तत्व पाया जाता है जो एक गर्भवती महिला के लिए काफी लाभदायक होता है| इसके साथ ही स्तनपान कराने वाली महिला यदि पिस्ता का सेवन करती है तो शिशु के सभी पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है|
कैंसर में लाभदायक (Pista for cancer)
- पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती है| इसके साथ ही इसमें विटामिन बी 6 भी पाया जाता है जो सफेद रक्त कोशिकाओं का बढ़ाने का कार्य करता है जिससे कैंसर में लाभ मिलता है|
याददाश्त के लिए (Pista for memory power)
- कई बार लोगो की याददाश्त धीरे-धीरे कम होने लगती है ऐसे में यदि पिस्ता की गिरी, बादाम की गिरी, पके हुए नारियल की गिरी को शक्कर या मिश्री तथा घी के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर सेवन करें| इसे आप 5 ग्राम तक की मात्रा में ले सकते हैं| इसके बाद यदि आप गाय के दूध का सेवन करते हैं तो इससे आपको अतिशय लाभ देखने को मिलेगा|
हड्डियों के लिए (Pista for bones)
- जिन लोगों की हड्डियां कमजोर है उनके लिए भी पिस्ता काफी अच्छा साबित हो सकता है| इसमें काफी अच्छी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने का कार्य करता है|
मुख रोगों में (Pista for mouth problems)
- मुंह से बदबू आने पर पिस्ता की गिरी खाने से उस बदबू का शमन होता है|
- इसके साथ ही आप पिस्ता का सेवन करके मसूड़ों से जुड़े हुए विकारों का भी शमन कर सकते हैं|
त्वचा संबंधी रोगों में (Pista for skin disease)
- शरीर के जिस स्थान पर खुजली चल रही हो वहां पिस्ता की छाल और पत्तों से बने हुए काढ़े से धोवन प्रक्रिया करनी चाहिए| इससे खुजली मिटती है|
- इसके अतिरिक्त यदि आपके शरीर पर लाल दाने होकर खुजली चल रही है तो ऐसे में पिस्ता के बीजों से निर्मित तेल को लगाना चाहिए|
वजन को नियंत्रित करें (Pista for weight loss)
- पिस्ता का सेवन करने वाले व्यक्तियों का वजन नियंत्रित करता है| ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा काफी अच्छी पाई जाती है फाइबर का सेवन हमारे पेट को काफी देर तक भरा हुआ रखता है जिससे हम बार-बार या अधिक भोजन करने से बचते हैं| इससे हमारा वजन भी नियंत्रित रहता है|
सिर दर्द में (Pista for head ache)
- पिस्ता के बीजों से निर्मित तेल को माथे पर लगाने से सिर दर्द में आराम मिलता है| इस तेल की एक से दो बूंद नाक में डालकर भी सिरदर्द में आप लाभ ले सकते हैं|
बालों के लिए (Pista for hair problem)
- बालों में जुएँ होने पर औषधि की छाल से बने हुए काढ़े से सिर धोना चाहिए| इससे जुएँ नहीं पड़ती तथा साथ ही बाल भी मुलायम बनते है|
ग्रहणी रोग में
- जीरक द्वय, त्रिकटु, नागरमोथा, इलायची, लौंग, जायफल, तेजपत्र, पिस्ता, चिलगोजा, बादाम, नारियल, प्रियाल फल मज्जा, चंदन, अनार, वंशलोचन, तालीसपत्र, जावित्री, दालचीनी, प्रवाल बेर, शृंगाटक तथा धनिया में 1.5 ग्राम केशर तथा 35 ग्राम चिकनी सुपारी का चूर्ण व 375 मिली दूध मिलाकर पकाकर, 185-185 ग्राम घृत तथा मिश्री मिलाकर पकाकर रख लें। प्रतिदिन प्रातः सायं 2-2 ग्राम की मात्रा में खाने से ग्रहणी, रक्तार्श (खूनी बवासीर), निर्बलता तथा अरुचि में लाभ होता है।
दस्त का शमन करें (Pista for diarrhea)
- इस औषधि की छाल के काढ़े का सेवन करने से दस्त पर रोक लगती है| यदि आप भी दस्त की समस्या से परेशान है तो इस उपाय को अपना सकते है|
हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाये (Pista for anemia)
- पिस्ता का सेवन करने से हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है| इससे हमारे शरीर में खून की कमी नहीं होती है| यदि आप भी खून की कमी को पूरा करना चाहते है या उससे बचाव करना चाहते है तो नियमित रूप से पिस्ता का सेवन कर सकते है|
ह्रदय के लिए लाभदायक (Pista for heart related problems)
- पिस्ता का नियमित रूप से सेवन करने वाले कई प्रकार के ह्रदय रोगों से बचे रहते है| इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रोल का स्तर नियंत्रण में रहता है जिससे विभिन्न प्रकार के ह्रदय रोगों से बचाव किया जा सकता है|
मधुमेह में (Pista for diabetes)
- मधुमेह के रोगियों को कई सारी चीज़ें खाने की मनाई होती है| ऐसे में वे बिना किसी परेशानी के पिस्ता का सेवन कर सकते है| इसका सेवन करने से आपको पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में मिल जायेंगे साथ हि मधुमेह में भी लाभ मिलेगा|
बवासीर के लिए (Pista for piles)
- औषधि की छाल को पीसकर मस्सों पर लगाने से बवासीर का शमन किया जा सकता है|
पिस्ता के उपयोगी अंग (Important parts of Pista)
- बीज
- छाल
- पत्तें