दिव्य कण्ठामृत वटी (Divya Kanthamrit vati)
दिव्य कण्ठामृत वटी का परिचय (Introduction of Divya Kanthamrit vati)
कण्ठामृत वटी क्या होती है? (Divya Kanthamrit vati kya hai?)
यह एक आयुर्वेदिक औषधि है| दिव्य कण्ठामृत वटी से कण्ठ के सभी रोगो से छुटकारा पाया जा सकता है| कण्ठ सम्बंधित रोगों में एक प्रकार का श्वसन संक्रमण होता है| जो उपरी वायु संक्रमण के कारण होता है| संक्रमण के चलते श्वास लेने में तकलीफ आती है| तेज खांसी, गले का बेठना, कण्ठ में दर्द, खराश, कफ आदि कण्ठ रोग के मुख्य लक्षण है| इस लक्षण के चलते गम्भीर समस्या उत्पन्न हो सकती है | इन सभी रोगो के उपचार के लिए दिव्य कण्ठामृत वटी का प्रयोग किया जाता है |
दिव्य कण्ठामृत वटी के घटक (Divya Kanthamrit vati ke gatak)
- मुलेठी
- वसाका
- तुलसी
- मुलेठी
- पुदीना सत
- शुगर
- कपूर
- एला लघु
- लौंग
- जावित्री
- जायफल
- चव्य
- सौंठ
- दालचीनी तैल
- अनीस तैल
- पाइन तैल
- यूकेलिप्टस तैल
दिव्य कण्ठामृत वटी के फायदे (Divya Kanthamrit vati ke fayde)
कण्ठ दर्द में दिव्य कण्ठामृत वटी के फायदे (Divya Kanthamrit vati for throat pain)
गले में एक सामान्य दर्द है जो किसी भी अनुचित खान पान की वजह से होता है| सर्दी जुखाम से होने वाला दर्द इस दर्द के कारण आप सही तरह से श्वास भी नही ले सकते है और यह दर्द आपको जलन, खिचखिच जैसी समस्या उत्पन्न करता है| इन समस्याओं के कारण गले में तेज दर्द, खाना खाने या बोलने में तकलीफ, गले का सूखना, गले की ग्रन्थियो में सूजन या दर्द होना आदि समस्याओ से छुटकारा पाने के लिए इस औषधि का उपयोग किया जाता है|
दिव्य कण्ठामृत वटी का कफ में उपयोग (Divya Kanthamrit vati for cough)
कफ या बलगम गले और श्वसन तंत्र के भागो में बनने वाला एक प्रकार का पदार्थ होता है| यदि कोई व्यक्ति बीमार हो या किसी अन्य बीमारी से पहले से ही ग्रसित हो उस व्यक्ति को कफ या बलगम अधिक जमता है| कफ का अधिक जमने से भी कोई अन्य रोग हो सकता है| गले में कफ का कारण वायरस अन्य कचरा व मृत कोशिका भी हो सकती है|
गले में कफ जमने से कुछ अटके जैसा लगना साथ ही खांसी होने लगती है| यह खांसी आमतौर से रात को अधिक चलती है| जिसके कारण आपको गले में दर्द भी अधिक होने लगता है| कफ या बलगम जैसी समस्या धुम्रपान की वजह से भी अधिक होती है जैसे सिरगेट तम्बाकू का सेवन करने से गले में कफ जमता है|
बार- बार थूकना, बार- बार गला साफ करना, मुंह से बदबू आना आदि समस्या से छुटकारा पाने के लिए इस दिव्य कण्ठामृत औषधि का प्रयोग किया जाता है|
दिव्य कण्ठामृत वटी अन्य फायदे (Other benefits of Divya Kanthamrit vati)
- खाने या पिने में आसानी
- मोटी आवाज से छुटकारा
- खराश से
दिव्य कण्ठामृतवटी की सेवन विधि (Divya Kanthamrit vati ki sevan vidhi)
- दिव्य कण्ठामृत वटी खाना खाने के बाद एक या दो गोली दिन में तीन बार चबा कर खा सकते है|
सावधानियाँ (Divya Kanthamrit vati ke sevan ki savdhaniya)
- यदि आप पहले से ही किसी अन्य रोग की दवाई ले रहे है तो अपने चिकित्सक को जरुर बतावे|
- गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन बिना किसी निर्देश के नही करना चाहिए|
उपलब्धता (Divya Kanthamrit vati ki uplabdhta)
- दिव्य फार्मेसी