Big Cardamom (Badi Elaichi): From better health to taste, it is a very beneficial medicine (benefits and usages)
बड़ी इलायची का परिचय (Introduction of Badi Elaichi)
बड़ी इलायची क्या है? (Badi Elaichi kya hai?)
इस इलायची को काली इलायची के नाम से भी जाना जाता है|भारत के लगभग सभी घरों की रसोइयों में इसका उपयोग मसाले से लेकर मिठाइयों तक में किया जाता है|लेकिन क्या आप जानते हैं इस बड़ी इलायची का प्रयोग सिर्फ मसाले और मिठाइयों के अतिरिक्त औषधि के रूप में भी किया जाता है|बड़ी इलायची की मुख्य प्रजाति के अलावा इसकी एक और प्रजाति पाई जाती है जिसका उपयोग औषधियों के रूप में किया जाता है|
शायद आपको नहीं पता होगा कि कौन-कौन से रोगों में इसका प्रयोग किया जाता है तथा किस प्रकार से इसका प्रयोग किया जाता है? तो आइए जानते हैंगुणों से भरपूर सबसे बढ़िया काली इलायची केऔषधीय गुणों के बारे में| इसके फायदे जानने के बाद निश्चित ही आप इसका सेवन करना शुरू कर देंगे|
बड़ी इलायची की प्रजातियां (Badi Elaichi ki prajatiya)
- बड़ी इलायची
- एलाकर्पूर
बड़ी इलायची का बाह्य स्वरूप (Badi Elaichi ki akriti)
बड़ी इलायची का एक शाकीय पौधा होता है जिसकी लंबाई लगभग 9 से 120 सेंटीमीटर तक हो सकती है|इस पौधे के पत्ते सरल लंबे जोड़ें और हरे रंग के होते हैं| बड़ी इलायची के फूल और फल दोनों ही तने वाले भाग में लगते हैं|फूल सफेद रंग के होते हैं तथा उन पर बैंगनी रंग केछीटें होते हैं|फल धारीदार और लाल रंग का होता है तथा इसका छिलका मोटा और मिट्टी के रंग का होता है|इसके फूल और फल फरवरी से जून के मध्य होते हैं|
एलाकर्पूर का बाह्य परिचय (elakapur ki akriti)
यह भी एक शाकीय पौधा होता है तथा इसकी ऊंचाई 90 सेंटीमीटर तक होती है|इसकी पत्तियां आगे से नुकीली होती है|फूलों का रंग हल्का पीला होता है और इसके फल बड़ी इलायची जैसे ही होते हैं तथा इसका प्रयोग बड़ी इलायची के प्रतिनिधि द्रव्य के रूप में किया जाता है|
बड़ी इलायची में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Badi Elaichi ke poshak tatv)
- ग्लाइकोसाइड
- पेटूनिडीन
- सिनिओल
- volatile oil
- सुबूलीन आदि|

बड़ी इलायची के सामान्य नाम (Badi Elaichi common names)
Botanical name (Botanical Name | Amomum subulatum |
English (English) | Nepal, Greater cardamom |
Hindi (Hindi) | बड़ी इलायची, पूर्वी इलायची, लाल इलायची |
Sanskrit (Sanskrit) | स्थूला, बहुला, त्रिपुटा, चंद्रबाला, बृहदेला |
Other (Others) | बड़ा एलका (उड़िया) एलचा (गुजराती) पेरेलम (तमिल) बड़ो एलाचो (बंगाली) |
Total (Family) | Biology:Zingiberaceae |
बड़ी इलायची के आयुर्वेदिक गुणधर्म (Badi Elaichi ayurvedic gun)
Shortcoming (Dosha) | pacifies cough and vata, increases pitta |
Juice (Taste) | pungent, bitter |
Property (Qualities) | Laghu (light), Ruksha (dry) |
Semen (Potency) | hot |
Vipak(Post Digestion Effect) | pungent |
Other (Others) | दुर्गन्धनाशन, शूलहर, त्वगदोषहर, व्रणरोपण |

बड़ी इलायची के औषधीय फायदे एवं उपयोग (Badi Elaichi its benefits and uses)
सिर दर्द में उपयोगी बड़ी इलायची (Badi Elaichi for head ache)
- पिसी हुई बड़ी इलायची को माथे पर लेप करने से सिर दर्द का शमन होता है|
- यदि इसके बीजों को पीसकर सुंघा जाता है तो सिर दर्द समाप्त होता है|
बड़ी इलायची का उपयोग मुंह के छालों के लिए
- पिसी हुई बड़ी इलायची को शहद में मिलाकर छालों पर लगाने से छाले जल्द ही ठीक हो जाते हैं|
दांत दर्द में (Badi Elaichi for teeth)
- दांत दर्द को खत्म करने के लिए लौंग के तेल और बड़ी इलायची के तेल को बराबर मात्रा में लेकर दातों पर मिलना चाहिए|
- इलायची के फलों का क्वाथ बनाकर कुल्ला करने से दांत दर्द में लाभ होता है|
- बड़ी इलायची के छिलकों को पीसकर उन्हें खाने से दांत की समस्या और मुंह की सूजन से आराम मिलता है|
- बड़ी इलायची और सुपारी दोनों को बराबर मात्रा में पीसकर इनको चूसने से अत्यधिक लार बहना या अधिक थूक आने की समस्या समाप्त होती है|
अस्थमा में उपयोगी बड़ी इलायची (Badi Elaichi for asthma)
- यदि रोज 5 से 10 बूंद इलायची के तेल में मिश्री मिलाकर सेवन किया जाता है तो इसरो का समापन होता है|
पीड़ादायक हिचकी में (Badi Elaichi for painful hiccup)
- पीसी हुई बड़ी इलायची का काढ़ा बनाकर पीने से हिचकी में की समस्या का समापन होता है|
पाचन शक्ति बढ़ाएं बड़ी इलायची (Badi Elaichi for digestion)
- बड़ी इलायची और सौंफ का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है तथा उदर रोगों का नाश होता है|
- अजीर्ण हो जाने की अवस्था में एक से दो बड़ी इलायची खानी चाहिए|
- बड़ी इलायची के चूर्ण में मिश्री मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करने से भूख बढ़ती है|
- पेट दर्द और आफरे की समस्या आने पर बड़ी इलायची के बीजों के चूर्ण को काले नमक के साथ लेना चाहिए इससे यह समस्याएं बहुत जल्द समाप्त हो जाती है|

उल्टी होने पर (Badi Elaichi for vomatinig)
- बड़ी इलायची के साथ पुदीना को समान मात्रा में मिलाकर पानी के साथ उबालकर सेवन करने से उल्टी पर रोक लगती है|
- यदि बड़ी इलायची के बीजों का चूर्ण बनाकर उनका सेवन किया जा सकता है तो वमन में लाभ होता है|
दस्त लगने पर (Badi Elaichi for diarrhea)
- बेलगिरी और बड़ी इलायची के बीजों का चूर्ण बनाकर दिन में दो बार लेने से दस्त बंद हो जाती है|
हैजा रोग में
- 5 से 8 बूंद बड़ी इलायची के अर्क के सेवन से विसूचिका या हैजा रोग में जल्द ही आराम मिलता है|
पेट दर्द में (Badi Elaichi for stomach pain)
- किसी भी कारण हुए पेट दर्द को दूर करने के लिए बड़ी इलायची के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर दिन में 1 से 2 बार खाना चाहिए|
जिगर के रोगों में (Badi Elaichi for liver)
- सुबह-शाम नियमित रूप से यदि इलायची के चूर्ण का सेवन किया जाता है तो जिगर के रोगों में लाभ मिलता है|
- बड़ी इलायची के चूर्ण के साथ पीसी हुई राई को सुबह शाम और दोपहर सेवन करने से जिगर रोगों में लाभ मिलता है|
पथरी में (Badi Elaichi for calculus)
- बड़ी इलायची के बीजों का चूर्ण बनाकर उसमें खरबूजे के बीज की मींगी, घी और मिश्री मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से पथरी मूत्र द्वारा बाहर निकल जाती है|
मूत्र रोगों में (Badi Elaichi for urinary problems)
- पिसी हुई मिश्री तथा बड़ी इलायची के बीजों का चूर्ण बनाकर इसे सुबह सुबह एवं शाम के समय सेवन करने सेमूत्र के समय आने वाली रुकावट, दर्द, जलन आदि से राहत मिलती है|
नपुसंकता और स्वप्नदोष में
- स्वप्नदोष को समाप्त करने के लिए आंवले के रस में बड़ी इलायची के दाने और इसबगोल को बराबर मात्रा में मिलाना चाहिए तथा इसका सेवन दिन में दो बार या सुबह शाम करना चाहिए|
- नपुसंकता की समाप्ति के लिए बड़ी इलायची के बीजों का चूर्ण बनाकर उसमें सफेद मूसली तथा मिश्री मिलाकर सेवन करना चाहिए|
त्वचा रोगों में फायदेमंद बड़ी इलायची (Badi Elaichi for skin)
- यदि बड़ी इलायची, चित्रक की जड़, कुंदरू, अडूसा के पत्ते,निशोथ,मदार के पत्ते और सोंठ के चूर्ण को पलाश क्षार के गोमूत्र में घोलकर 8 दिनों तक पलाश क्षार की भावना देने पर जो लेप तैयार होता है उसे प्रभावित स्थान पर लगाने सेकुष्ठ रोग में लाभ होता है|इस लेप को लगाने के बाद धूप में बैठना चाहिए जब तक कियह सूख न जाए|
वात के कारण होने वाले शरीर के दर्द में (Badi Elaichi for pain)
- उचित मात्रा में बड़ी इलायची का सेवन नियमित रूप से करने पर वात रोग में लाभ होता है|
बुखार समाप्त करने के लिए (Badi Elaichi for fever)
- बड़ी इलायची के द्वारा सभी प्रकार के रोगों का नाश किया जा सकता है|इसके लिए बड़ी इलायची तथा बेल की जड़ की छाल को मिलाकर चूर्ण बना लें|अब इस चूर्ण को दूध और पानी में मिलाकर पकाए और जब केवल दूध शेष रह जाए तो इसका सेवन दिन में तीन बार सुबह दोपहर और शाम को करना चाहिए|
आमविष को समाप्त करें बड़ी इलायची
- कई बार विषाक्त भोजन का सेवन कर लेने से हमारे शरीर में धीरे धीरे विष का प्रकोप बढ़ने लगता है जिसके कारण उल्टी, दस्त विभिन्न प्रकार की बीमारियां जन्म लेने लगती है|यदि आप भी विभिन्न प्रकार की बीमारियों को समाप्त करने के लिए बड़ी इलायची का उपयोग करते हैं तो यह सारे विष को बाहर निकालती है तथा शरीर को स्वस्थ बनाती है|
अनिद्रा की समाप्ति (Badi Elaichi for insomnia)
- बड़ी इलायची का सेवन मिश्री के साथ करने से अनिद्रा की समस्या दूर होने के साथ-साथ यह मस्तिष्क को भी आराम देती है|
ह्रदय के लिए बड़ी इलायची (Badi Elaichi for heart)
- बड़ी इलायची का सेवन ह्रदय रोगों में कई सारे लाभ पहुंचाता है| इसका सेवन करने से उच्च रक्तचाप में लाभ मिलता है जिसके कारण ह्रदय रोगों से सुरक्षित रह सकता है|
कैंसर में बड़ी इलायची (Badi Elaichi for cancer)
- बड़ी इलायची में पाए जाने वाले आयुर्वेदिक गुण कैंसर के प्रति नकारात्मक गुण बताते है जिसके चलते कैंसर में भी इसका प्रयोग फायदेमंद होता है|
जोड़ो के दर्द को समाप्त करे बड़ी इलायची (Badi Elaichi for joint pain)
- बढती उम्र के साथ बढ़ते हुए जोड़ो के दर्द के लिए बड़ी इलायची एक बहुत ही कारगर औषधि सिद्ध होती है| इसके सेवन से आमवात और गठिया के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है|
Useful parts (Important parts of Badi Elaichi)
- Root
- leaf
- Bij
- Fruit
- बीज तेल
- Almanac
Intake quantity (Dosages of Badi Elaichi)
According to the doctor