गाजर (Carrot)
गाजर का परिचय: (Introduction of Gajar)
गाजर क्या है? (Gajar kya hai?)
अधिकतर सर्दियों के मौसम में काम में ली जाने वाली गाजर के कई फायदें और उपयोग है| लोग इसके हलवे को सबसे ज्यादा पसंद करते है| इसकी सब्जी, अचार, जूस, मुरब्बे को भी लोग बड़ा पसंद करते है| जो लोग इसे पसंद नही करते है तथा इसे खाना नही चाहते ये उनकी बहुत बड़ी गलती होती है|
छोटी सी दिखने वाली इस गाजर में इतने गुण होते है कि वो आपके जीवन को स्वस्थ बना सकती है, आपको लम्बी आयु प्रदान कर सकती है| आयुर्वेद के अनुसार इसे रोगों का शमन करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है|
लोग आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी गाजर का प्रयोग करते है| इसमें विटामिन A, C, B6, D, फाइबर, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट, आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते है जो एक स्वस्थ मनुष्य के लिए बहुत आवश्यक होते है| आइये आपको भी इसके उन गुणों से परिचित कराते है जिन्हें जानने के बाद आप भी इसका सेवन शुरू कर देंगे|
बाह्य स्वरुप (आकृति विज्ञान) (Gajar ki akriti)
गाजर जमीन के अन्दर मूसला जड़ के रूप में पायी जाती है| जमीन से इसका पौधा लगभग 120 cm तक की ऊंचाई पर हो सकता है| इसके फूल सफ़ेद रंग के होते है| इसके पत्तें धनिये की पत्तियों जैसे दिखाई देते है| इसके फूल और फल शीत ऋतु के अन्दर आते है|
गाजर में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Gajar ke poshak tatva)
- विटामिन A, C, B6, D
- फाइबर
- कैल्शियम
- सोडियम
- पोटेशियम
- कार्बोहाइड्रेट
- आयरन आदि|
गाजर के सामान्य नाम (Gajar common names)
वानस्पतिक नाम (Botanical Name) | Daucus carota |
अंग्रेजी (English) | Carrot |
हिंदी (Hindi) | गाजर |
संस्कृत (Sanskrit) | गर्जर |
अन्य (Other) | गाजरा (बंगाली) जर्दक (फारसी) बजरुल (अरबी) गजरकीलंगू (तमिल) गज्जटी (कन्नड़) |
कुल (Family) | Apiaceae |
गाजर के आयुर्वेदिक गुण धर्म (Gajar ke ayurvedic gun)
दोष (Dosha) | कफवातशामक (pacifies cough and vata) |
रस (Taste) | मधुर (sweet), तिक्त (bitter) |
गुण (Qualities) | लघु (light), तीक्ष्ण (strong) |
वीर्य (Potency) | उष्ण (hot) |
विपाक(Post Digestion Effect) | मधुर (sweet) |
अन्य (Others) | दीपन, ग्राही, चक्षु, कृमिघ्न, कफहर |
गाजर के औषधीय फायदे एवं उपयोग (Gajar ke fayde or upyog)
आंखो की रोशनी बढ़ाये (Gajar for eyes)
- गर्जर के रस की भावना सौंफ में देकर उसे सूखा दें| अब इसे दूध के साथ पीने से आँखों की रोशनी बढती है|
- इसी प्रकार यदि गाजर को सलाद के रूप में लिया जाता है तो उससे भी आँखों की रोशनी तेज होती है|
- गाजर और पालक को उचित मात्रा में एक साथ पीस कर उससे बने हुए जूस या रस को पीने से आँखों को फायदा मिलता है|
ह्रदय विकारों का शमन करे (Gajar for heart disease)
- छिली हुई गर्जर को रात्री में सर्दी के समय ओस में रख दें| सुबह उठ कर इसे मिश्री और गुलाब के अर्क के साथ खाने से लाभ मिलता है|
- गाजर के मुरब्बे का सेवन ह्रदय को बल देने का काम करता है| इसके सेवन से ह्रदय को मजबूती मिलती है|
- दूध में उबले हुए गाजर में शक्कर मिलाकर खाने से भी ह्रदय को ताकत मिलती है तथा ह्रदय रोगों का शमन होता है|
- छाती में दर्द होने पर भाप में उबले हुए गर्जर के रस को निकाल उसे मधु के साथ लेने से छाती में होने वाला दर्द मिटता है|
- गाजर का सेवन रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है|
त्वचा के लिए फायदेमंद गाजर का सेवन (Gajar for skin)
- आग के संपर्क में आने के कारण यदि त्वचा जल गयी है तो उबले हुए गाजर को अच्छे से मसल कर बिलकुल बारीक लेप बनाकर जले हुए स्थान पर लगाने से फायदा मिलता है|
- घाव पर गाजर का मोटा लेप करने से जलन और दर्द का शमन होता है और ठंडक मिलती है|
- त्वचा यदि अधिक रुखी हो रही है और खुजली भी चलने लगी है तो ऐसे में गर्जर के रस का प्रयोग कर सकते है| इस रस को त्वचा पर मलने से आराम मिलेगा|
- कील मुहांसे होने पर इसके रस और हल्दी को मिलाकर लगाने से कील मुहांसों का शमन होता है|
- सूजन आने पर गर्जर की सब्जी खाने से सूजन उतरती है| पित्त के कारण आने वाली सूजन में इसके मोटे लेप में नमक डाल कर सूजन वाली जगह पर रखना चाहिए|
- कुष्ठ रोग में भी आप गाजर का प्रयोग कर सकते है| यह त्वचा के लिए फायदेमंद होती है|
गर्भावस्था में लाभदायक गाजर (Gajar for pregnancy)
- गर्भवती महिला और पल रहे बच्चे के लिए गर्जर का सेवन बहुत अच्छा होता है| इसमें कैल्शियम पाया जाता है जो शिशु की हड्डियों के निर्माण और उन्हें मजबूत बनाने के लिए उपयोग में आता है|
कमजोरी को दूर करें (Gajar for weakness)
- यदि आप लम्बी बीमारी के बाद आने वाली कमजोरी को दूर करने का कोई स्रोत ढूंढ रहे है तो गाजर इसका एक अच्छा उपाय हो सकता है| इसमें वे सभी तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है जिनकी जरुरत एक बीमार इन्सान की दुर्बलता का शमन करने के लिए होती है|
पाचन को स्वस्थ बनाये (Gajar for digestion)
- गर्जर का सेवन आपके पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है| इसमें फाइबर पाया जाता है जो आपके पेट को साफ़ रखता है और पाचन तंत्र की हर क्रिया को करने में आसानी प्रदान करता है|
कैंसर से बचाव करे (Gajar for cancer)
- गाजर में एंटी कैंसर गुण पाए जाते है जो कैंसर से बचाव करने में मदद करते है| कैंसर के रोगी को भी इसके सेवन से फायदा मिल सकता है|
रक्तपित्त या नकसीर में (Gajar for blood bile)
- गाजर के रस का सेवन आपको रक्तपित्त या नकसीर की समस्या से छुटकारा दिला सकता है| कई बार सर्दी के मौसम में भी नकसीर की समस्या होने लगती है तो ऐसे में इसका सेवन अच्छा रहता है|
खून की कमी पूरी करे गाजर का सेवन (Gajar for anemia)
- गाजर में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो शरीर में रक्त की कमी नही होने देता| यदि आप पालक और गाजर को एक साथ पीस कर रस निकाल कर रोज सुबह पीते है तो कुछ ही दिनों में खून की कमी दूर हो जाती है| यह उपाय गर्भवती महिला के लिए भी काफी उपयोगी होता है|
मधुमेह में (Gajar for diabetes)
- मधुमेह के रोगियों को कई चीज़े खाने की मनाई होती है फिर चाहे वह फल हो या कुछ सब्जियां| गाजर को मधुमेह में खाया जा सकता है| यदि आप भी मधुमेह से पीड़ित है तो इसका सेवन बिना किसी हिचकिचाहट के कर सकते है| यह मधुमेह को नियंत्रण में रखने में मदद करती है|
बवासीर में (Gajar for piles)
- गाजर की सब्जी में यदि आप दही या अनार के रस को भी डालकर पकाते है तथा इसका सेवन करते है तो इससे बवासीर में लाभ मिलेगा|
- गर्जर के रस में दधि की मलाई को मिलाकर खाने से खूनी बवासीर में आराम मिलता है|
आधासीसी या माइग्रेन के दर्द में गाजर
- यदि कभी इस समस्या से सामना करना पड़े तो ऐसे में घी के साथ गर्जर के पत्तों को गर्म कर के उनका रस निकाल लें| इस रस को दो से तीन बून्द तक की मात्रा में नाक और कर्ण में डाले| इससे सिर दर्द दूर होगा और माइग्रेन में आराम मिलेगा|
मासिक धर्म से जुड़े विकारों का शमन करे (Gajar for menstrual problems)
- मासिक धर्म की अनियमितता और उस दौरान होने वाले दर्द में यदि गर्जर से बने काढ़े का सेवन किया जाता है तो इससे अतिशय लाभ मिलता है|
प्रसव के दौरान होने वाले दर्द में
- गर्जर के पत्रों और इसके बीजों का काढ़ा बना लें| इस काढ़े को दिन में एक से दो बार लेने से प्रसव के दौरान होने वाले दर्द में आराम मिलता है|
पेट के कीड़ों को मारे गाजर (Gajar for stomach bugs)
- गर्जर को गर्म पानी में डाल कर तैयार किये गए काढ़े को दिन में दो से तीन बार पिलाने से पेट के कीड़ों का शमन होता है|
मसूड़ो को मजबूत बनाये (Gajar for gum problems)
- धनिये के समान दिखने वाले गर्जर की पत्तियों को कुछ देर तक चबाने से मसूड़े मजबूत होते है तथा इनसे होने वाला रक्तस्राव भी बंद होता है| इसके साथ ही मुंह के छालें और सांसों के साथ आने वाली गंध का भी समापन होता है|
पीलिया या कामला में (Gajar for jaundice)
- गर्जर के काढ़े को बना कर दिन में दो से तीन बार तक पीने से पीलिया या कामला रोग का शमन होता है|
यकृत और प्लीहा के लिए (Gajar for liver and spleen)
- यकृत और प्लीहा वृद्धि को रोकने के लिए आप गाजर के मुरब्बे का सेवन कर सकते है| यदि मुरब्बा सिरके युक्त हो तो ही अच्छे परिणाम मिलेंगे| किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव दिखने पर आप इसे लेना बंद कर सकते है|
खांसी में (Gajar for cough)
- काली मिर्ची के बारीक पाउडर को यदि गर्जर और मिश्री के साथ अच्छे से मिलाकर खाया जाता है तो इससे खांसी का शामन होता है|
दस्त में लाभदायक (Gajar for diarrhea)
दस्त में गाजर के रस को उचित मात्रा में यदि लिया जाता है तो यह दस्त के लिए लाभकारी साबित होता है| बच्चो में अतिसार की समस्या में सूखी हुई गाजर को पानी में घिसकर शहद या बताशों के साथ खिलाने से दस्त दूर होती है|
उपयोगी अंग (भाग) (Important parts of Gajar)
- जड़
सेवन मात्रा (Dosage of Gajar)
- चिकित्सक के अनुसार