नींबू (Nimbu)
नींबू का परिचय: (Introduction of Nimbu)
नींबू क्या है? (Nimbu kya hai?)
इस फल को तो आपने जरुर ही देखा होगा और आपने खाया भी होगा| नींबू एक ऐसा पौधा हो जिसके हर भाग का प्रयोग कर सकते है| इसमे पाए जाने वाले पौषक तत्व आपके शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते है| इसका उपयोग मुरब्बे और पकवानों में किया जाता है| यह आपके खाने के स्वाद को भी बढ़ाता है| जैसे की दाल बाटी के अंदर |
नींबू औषधीय गुणों का खजाना है| इसके रस का इस्तेमाल जायकेदार पकवान से लेकर कई तरह शिकंजी बनाने के लिए किया जाता है| भले ही नींबू स्वाद में खट्टा हो, लेकिन नींबू के फायदे कई हैं| नींबू का उपयोग शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है| निम्बू विटामिन – सी का सोत्र है जिसका उपयोग कई बीमारियों में किया जाता है|
हम आपको सिर्फ नींबू के गुण हि नहीं बताएंगे, बल्कि नींबू का उपयोग किन- किन तरीको से किया जा सकता यह जानकारी भी आपको बताएंगे| इस लेख में नींबू के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में ही विस्तार से बताया गया है|
आयुर्वेद में नींबू के बारे में बहुत सारी अच्छी बातें बताई गई हैं| आप नींबू का उपयोग पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए, पेट दर्द से आराम पाने के लिए, भूख बढ़ाने के लिए, पित्त और कफज विकारों को ठीक करने के लिए तो कर ही सकते हैं, साथ ही और भी कई रोगों में लाभ पा सकते हैं| नीचे आपके लिए बहुत आसान शब्दों में नींबू के सभी फायदे के बारे में बताया गया है| आइए नींबू के बारे बारे में जानते हैं|
बाह्य स्वरुप (आकृति विज्ञान) (Nimbu ki akriti)
यह मध्यम आकार का झाड़ीदार पौधा होता है| इसकी छाल भूरे रंग की व चिकनी होती है| इसके पत्तें चमकीले हरे व नुकीले होते है| इसकी पत्तियों को मसलने पर खुशबु आती है| इसके फूल गुलाबी व सफेद रंग के खुशबुदार होते है| इसके फल गोलाकार व अंडाकार होते है| इसके बीज अनेक व चिकने और सफेद रंग के होते है| इसका फूलकाल अप्रेल से मई तक तथा फलकाल मई से जून तक होते है|
नींबू के पौषक तत्व (Nimbu ke poshak tatva)
- कैल्शियम
- पोटेशियम
- फाइबर
- कार्बोहाइड्रेट
- आयरन
- फास्फोरस
- विटामिन- सी
- जिंक
- कॉपर
- सेलेनियम
- विटामिन बी 6
- शुगर
- मैंगनीज
नींबू की प्रजातियाँ (Nimbu ki prajatiya)
- बिजौरी नींबू
- कागजी नींबू
- जम्मीरी नींबू,
- मीठा नींबू आदि
नींबू के सामान्य नाम (Nimbu common names)
वानस्पतिक नाम (Botanical Name) | Citrus aurantifolia |
अंग्रेजी (English) | Sour orange |
हिंदी (Hindi) | खट्टा नींबू , कागजी नींबू |
संस्कृत (Sanskrit) | बृहत् जम्बीर, निम्बुक |
अन्य (Other) | लिमू (ऊर्दू) बीजपूर (कन्नड़) चामपलम (तमिल) बीजपूरम (तेलगु) लेबू (बंगाली) बिमिरो (नेपाली) चाम्प्रा (मणिपुर) अंबटनिंबू (मराठी) लीबू (अरबी) लीबू (फारसी) |
कुल (Family) | Rutaceae |
नींबू के आयुर्वेदिक गुण धर्म (Nimbu ke Ayurvedic gun)
दोष (Dosha) | कफवातशामक (pacifies cough and vata), पित्तवर्धक (increase pitta) |
रस (Taste) | अम्ल (sour) |
गुण (Qualities) | गुरु (heavy), तीक्ष्ण (strong) |
वीर्य (Potency) | उष्ण (hot) |
विपाक(Post Digestion Effect) | अम्ल (sour) |
अन्य (Others) | रेचन, दीपन,पाचन, अनुलोमन |
नींबू के औषधीय फायदे एवं उपयोग (Nimbu ke fayde or upyog)
मुँह के छालो में नींबू के फायदे
- यदि आपको किसी भी प्रकार के छाले हो जैसे जीभ पर हुए छालों और मसूड़ों पर नींबू का छिलका रगड़ें| इससे जीभ के छालों और मसूड़ों की परेशानी में लाभ होता है|
बालों के रुसी के लिए निम्बू के फायदे (Nimbu for hair)
- अगर आपको बालो से जुडी समस्या है तो आप निम्बू का उपयोग कर सकते है| निम्बू के रस को आंवला में पीसकर बालो में लगाने से बाल रुसी नहीं होते है और साथ ही झड़ने भी बंद हो जाते है|
अधिक प्यास लगने पर
- यदि आपको अधिक प्यास लगने की समस्या है तो निम्बू का शर्बत बनाकर सेवन करने से अधिक प्यास की समस्या दूर होती है|
आँख दर्द में उपयोगी (Nimbu for eyes)
- यदि आपको आँख में दर्द हो रहा है और जलन भी हो रही है तो निम्बू के रस को लोह की खरनाल के साथ घोटकर जब यह पतला हो जाये तो जब इसे आँखों के आस- पास लगाने से आँख दर्द की समस्या दूर होती है|
पेट दर्द में उपयोगी नींबू (Nimbu for stomach ache)
- यदि किसी कारण वश आपका पेट दर्द कर रहा तो कच्चे नींबू के छिलके को पीसकर खाने से पेट के दर्द से राहत मिलती है|
- इसके अलावा नींबू के रस, चूने का पानी तथा मधु तीनों को मिलाकर सेवन करने से से पेट दर्द से राहत मिलती है|
उल्टी में
- अगर आपको खाना खाने के बाद उल्टी होती है या फिर उल्टी जैसा महसूस होता है तो ताजे निम्बू के रस को पिने से उल्टी का शमन होता है|
- इसके अलावा निम्बू में अदरक तथा थोडा काला नमक डालकर पिने से अजीर्ण, कब्ज, का शमन होता है|
अरुचि में नींबू
- यदि आपको भूख नही लगती है या खाने की इच्छा नही होती है तो आपको निम्बू के प्रयोग करना चहिये, इसके लिए निम्बू के जूस में पानी व लौंग और काली मिर्च मिला सेवन करने से अजीर्ण का शमन होता है|
- इसके अलावा इस को काटकर काला नमक बुरक लें| इसे चाटने से भी भूख न लगने की समस्या ठीक हो जाती है|
मोटापे में नींबू (Nimbu for obesity)
- मोटापा कम करने के लिए नींबू का प्रयोग फायदा देता है| सुबह-सुबह खाली पेट 200 मिली गुनगुने जल में 2 चम्मच नींबू व 1 चम्मच शहद डालकर पीने से मोटापा घटता है|
तिल्ली के बढने पर निम्बू का उपयोग (Nimbu for spleen)
- नींबू का अचार खाने से बढ़ी हुई तिल्ली या प्लीहा सामान्य हो जाती है|
- इसके अलावा इस फल के रस में बराबर मात्रा में पलाण्डु रस मिलाकर सेवन करने से तिल्ली संबंधित विकार ठीक हो जाते हैं|
लीवर संबंधित रोगी में (Nimbu for liver)
- यदि आपको लीवर संबंधित कोई भी समस्या है तो गुनगुने पानी में इसका रस और मिश्री मिलाकर सुबह चाय की तरह सेवन करे | इससे लिवर सही तरह से काम करता है, और लिवर के विकार ठीक होते हैं|
- इस फल के रस में बराबर मात्रा में पलाण्डु रस मिलाकर सेवन करने से लिवर संबंधित विकार ठीक हो जाते हैं|
- इस के रस में भुनी हुई अजवायन, और स्वाद के अनुसार सेंधा नमक मिला ले| इसका सेवन करने से लिवर संबंधित रोगों में लाभ होता है|
पीलिया में (Nimbu for jaundice)
- यदि आप पीलिया रोग से ग्रस्त है तो निम्बू के रस को आँखों पर लगाने से पीलिया से छुटकारा मिलता है|
चर्म रोग में (Nimbu for skin)
- अगर आपको किसी भी प्रकार का चर्म रोग है तो जैसे दाद, खाज, चमड़ी पर काले दाग आदि| इस को काटकर रगड़ने से इनसे छुटकारा मिलता है| साथ ही नींबू के फल का रस का रोज प्रयोग करने से त्वचा के विकार ठीक हो जाते हैं|
दाद में निम्बू का फायदा
- इस के रस में करौंदा की जड़ को पीसकर लगाने से खाज या खुजली में तुरंत लाभ होता है|
- नींबू फल के रस को एक गिलास उबले दूध में डालकर इसमें ग्लिसरीन मिलाकर आधे घंटे तक रख दें| उसे शरीर पर लगाने से रूखी त्वचा सहित अन्य त्वचा की बीमारी में फायदा होता है|
मुहांसों और झुर्रियों के लिए
- इस के रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं| इससे चेहरे के कील-मुहांसे और झुर्रियां ठीक हो जाती हैं|
- इसके अलावा नींबू, तुलसी और काली कंसौदी का रस बराबर मिलाकर धूप में रखें| जब वह गाढ़ा हो जाय तो मुंह पर मलें| यह आपके मुहांसों को दूर कर देता है|
बुखार में (Nimbu for fever)
- यदि आपको बुखार है तो आप नींबू रस, चिरायते का काढ़ा को मिलाकर थोड़ा-थोड़ा करके पीने से मौसमी बुखार ठीक हो जाता है|
- इसके लिए इस फल के रस में बराबर मात्रा में पलाण्डु रस मिलाकर सेवन करने से गंभीर बुखार भी ठीक हो जाता है|
हैजा में
- रोजाना खाना खाने से पहले दो इसके रस का सेवन करने से या रस में मिश्री मिलाकर सेवन करने से हैजा में लाभ होता है|
कीड़ो के काटने पर
- बिछु, मच्छर आदि किसी जहरीले कीटो ने काटा हो वहा पर निम्बू का रस लगाने से जहर का असर कम हो जाता है|
पागलपन को दूर करने में उपयोगी नींबू
- पागलपन को दूर करने के लिए निम्बू के रस को सिर पर लगाने से पागलपन की समस्या समाप्त होती है|
पेट के कीड़ो को समाप्त करने में उपयोगी नींबू (Nimbu for stomach bugs)
- यदि आपके पेट में कीड़े हो गये है तो उसे समाप्त करने के लिए निम्बू के रस सेवन करना चाहिए| इससे आंतो के अंदर, टायफायड, हैजा आदि के कारण पैदा होने वाले कीड़ों का शमन किया जा सकता है|
दस्त में उपयोगी (Nimbu for diarrhea)
- हर कोई दस्त के कारण परेशान रहता है| अगर आप इस परेशानी से छुटकारा पाना चाहते है तो आपको निम्बू का प्रयोग करना चहिए इसके लिए निम्बू के रस दिन में दो बार सेवन करने से दस्त से छुटकारा मिलता है|
पित्तज के विकारो में उपयोगी निम्बू
- पित्तज विकार को ठीक करने के लिए निम्बू के रस और मिश्री मिलाकर पीने से पित्तज विकारो का शमन होता है|
मूत्राशय के अंदर सूजन को कम करने के लिए (Nimbu for urinary peoblems)
- यदि आप निम्बू के रस और नारिकेलोदक को मिलाकर सेवन करते है तो सूजन समाप्त होती है और इसके साथ ही कीडनी की सूजन, उच्च रक्तचाप तथा गर्भाशय की सूजन भी समाप्त होती है|
पाचन में (Nimbu for digestion)
- नींबू एक अच्छा पाचक होने के कारण यह आपके पाचन को स्वस्थ रखता है| साथ ही यह शरीर का शोधन करने में भी मदद करता है| इसीलिए यह प्रदूषण से बचाने में भी मदद करता है|
रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के लिए (Nimbu for immunity)
- यदि किसी की भी रोग प्रतिरोध क्षमता कमजोर है तो उनको निम्बू का प्रयोग करना चहिए है| इस में विटामिन सी होने के कारण यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने का काम करता है|
एनीमिया से राहत पाने के लिए नींबू (Nimbu for anemia)
- एनीमिया में नींबू लेने से यह खून में आयरन तत्वों को बढ़ाने का काम करता है क्योंकि इसमें विटामिन-सी होता है जो को आयरन को अवशोषण को बढ़ाने में मदद करताहै|
ह्रदय के रोगो से राहत पाने के लिए (Nimbu for heart)
- यदि आप ह्रदय संबंधित रोगो से छुटकारा पाना चाहते है तो इसके लिए निम्बू का सेवन कर सकते है| इस में विटामिन-सी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण होने के कारण यह ह्रदय के लिए भी लाभदायक होता है।|
तनाव में उपयोग नींबू
- तनाव एक ऐसी परेशानी है जो कि वात दोष के बढ़ने की वजह से होती है| इसमें वात गुण होने के कारण यह तनाव को कम करने में मदद करता है|
मूत्र रोग में उपयोगी
- नींबू फल के रस को उबले हुए जल में मिलाएं| इसका सेवन करने से पेशाब में खून या पेशाब की जलन या फिर सूजन की समस्या ठीक हो जाती है|
टायफायड में उपयोगी (Nimbu for typhoid)
- नींबू के दो भाग कर लें| एक भाग में पिसी हुई काली मिर्च और सेंधा नमक भरें| दूसरे भाग में मिश्री भरें| दोनों को गर्म कर चूसें। इससे वर्षा-ऋतु के बाद होने वाला टायफाइड का ठीक होता है|
कैंसर से बचाव के लिए नींबू (Nimbu for cancer)
- निम्बू में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है जो आपको कैंसर बचा सकते है| इसलिए नींबू को अपने आहार में शामिल करना चहिए|
श्वसन संबंधित परेशानियों में (Nimbu for breathing disorder)
- नींबू का रस सांस संबंधित परेशानियों को नष्ट करता है| जैसे अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को शांत करता है| यह विटामिन – सी से भरपूर है इसलिए यह साँस की परेशानियों को दूर करता है|
मधुमेह में उपयोगी (Nimbu for diabetes)
- यदि किसी को भी मधुमेह से परेशनी है तो वह इस के रस का उपयोग कर मधुमेह से छुटकारा पा सकते है| या फिर अपने आहार में नींबू को शमिल कर सकते है|
कीडनी स्टोन में उपयोगी नींबू (Nimbu for kidney calculus)
- नींबू का सेवन किडनी स्टोन को बनाने से रोकता है, क्योंकि नींबू का एक्सट्रेक्ट कैल्शियम ऑक्सलेट के कणों को किडनी में जमा नहीं देता है|
उपयोगी अंग (भाग) (Important parts of Nimbu)
- फल
- पत्ती
- बीज
सेवन मात्रा (Dosages of Nimbu)
- चिकित्सक के अनुसार