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केसर: आएये जाने अनगिनत चौकाने वाले फायदे केसर के (Saffron: Introduction, Benefits and Usages)

केसर का परिचय (Introduction of Saffron )

Table of Contents

केसर क्या है? (What is Saffron?)

भारत में स्थित कश्मीर राज्य पूरे विश्व में प्रसिद्ध है| भारत के कश्मीर में कई मात्रा में केसर (कुंकुम) का उत्पादन होता है| यह कई महंगे मसालों में से एक माना जाता है| इस मसाले का रंग केसरिया होता है तथा इसमें से एक बहुत अच्छी सुगंध आती है| भारत में दूध, खीर, मावे आदि में केसर को स्वाद और रंग के साथ-साथ सेहत से जुड़े लाभ लेने के लिए भी डाला जाता है| लेकिन क्या आपको पता है इसके कुछ ऐसे औषधीय गुण भी है जिनकी मदद से आप अपने जीवन में निरोगी होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं|

आज हम विस्तार से कुंकुम के बारे में चर्चा करेंगे| जानेंगे कि कैसर किन किन रोगों में उपयोगी है? इसे किस रोग में किस प्रकार उपयोग किया जाना चाहिए? इसकी मात्रा कितनी होनी चाहिए आदि के बारे में|

केसर के प्रकार (Types of Saffron)

केसर मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है

  • कश्मीरी केसर-यह केसर गुणवत्ता में सबसे ऊंची मानी जाती है तथा इसका उत्पादन मुख्य रूप से कश्मीर में होता है| इसमें कमल के फूलों के जैसी खुशबू आती है|
  • बाल्हीकज केसरऔर पारसीकज पारस केसर-यह दोनों प्रकार की केसर कश्मीरी केसर से कम गुणवत्ता वाली मानी जाती है|

केसर का बाह्य स्वरूप (Morphology of Saffron)

  • इसका पौधा आकार में छोटा होता है| इसकी आयु लंबी रहती है| इसकी मूल के नीचे कांदे के समान गांठे दिखाई देती है| इसके पत्ते घास के समान होते हैं जो लंबे और पतले दिखाई देते हैं| फूलों का रंग नीला, बैंगनी, लाल, नारंगी आदि हो सकता है| इन फूलों के स्त्रीकेसर के सूखे हुए आगे वाले भाग को ही केसर कहा जाता है|
केसर के सामान्य नाम Herbal Arcade

केसर के सामान्य नाम ( Common Names of Saffron)

वानस्पतिक नाम (Botanical Name) Crocus sativus
अंग्रेजी (English)Crocus, Saffron
हिंदी (Hindi)केशर, केसर, जफरान
संस्कृत (Sanskrit)कुंकुम, केशर, घुसृण, रक्त, काश्मीरज, बाह्लीक
अन्य (Other)जापैंरान (उर्दू), कुंकुमकेसरी (कन्नड़), कोंग (कश्मीर), कुन्कुमापुवु (तेलुगु), केशल (पंजाबी)
कुल (Family)

केसर के आयुर्वेदिक गुण धर्म (Kesar ke ayurvedic gun)

दोष (Dosha)त्रिदोषहर (Pacifies tridosha)
रस (Taste) कटु (pungent), तिक्त (bitter)
गुण (Qualities) स्निग्ध (oily)
वीर्य (Potency) उष्ण (hot)
विपाक(Post Digestion Effect) कटु (pungent)
अन्य (Others) मस्तिष्क बल्य, दीपन, पाचन, रेचन, ग्राही
Ayurvedic properties of Kesar Herbal Arcade

केसर के फायदे (Benefits of Saffron)

कैंसर की समस्या में लाभदायक केसर का सेवन (Saffron for cancer)

  • आज के दौर के दूषित वातावरण के चलते कैंसर की समस्या एक आम समस्या हो चुकी है| इसके कारण हर साल कई लोग अपनी जान गवा देते हैं| ऐसे में यदि नियमित रूप से कुंकुम का सेवन किया जाता है तो कैंसर के प्रकोप से बचा जा सकता है| मुख्य रूप से यह प्रोस्टेट कैंसर तथा त्वचा कैंसर से बचाव करता है|

अनिद्रा की समस्या में लाभदायक (Saffron for insomnia)

  • यदि आपको आपकी दैनिक दिनचर्या की अनियमितता के कारण अनिद्रा की समस्या होती है या अन्य किसी कारण से अनिद्रा की समस्या हो रही है तो ऐसे में दूध में कुछ मात्रा में केसर डालकर सेवन करें| इससे आपके मस्तिष्क को शांति मिलेगी तथा आपको अच्छी नींद मिलेगी| इसके साथ ही यह मस्तिष्क से संबंधित अवसाद, अल्जाइमर आदि जैसी समस्याओं का शमन करने में भी काम में लिया जा सकता है|

पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाएं (Saffron for good digestion)

  • भोजन को सुचारू रूप से बचाने के लिए पाचन तंत्र का स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है| पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में कुंकुम आपकी काफी हद तक सहायता कर सकता है| यदि आप कुंकुम से बने काढ़े का 10 से 15 ml  तक की मात्रा में सेवन करते हैं तो इससे आपके पाचन तंत्र में सुधार होता है तथा भोजन का पाचन अच्छी तरह से हो पाता है|

आंखों की रोशनी बढ़ाए (Kesar for eye sight)

  • कुंकुम में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायता कर सकते हैं| यदि आप नियमित रूप से कुंकुम का सेवन करते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी कमजोर नहीं होगी तथा  कमजोर आंखों की रोशनी में सुधार होगा|

हड्डियों के लिए लाभदायक (Saffron for bones)

  • कई बार हड्डियों से जुड़ा हुआ दर्द इतना फैल जाता है कि लोगों का चलना फिरना तक मुश्किल हो जाता है| ऐसे में यदि कुंकुम के पत्तों से बने हुए पेस्ट को जोड़ो पर लगाया जाता है तो इससे जोड़ों के दर्द की समस्या में आराम लिया जा सकता है|

गर्भावस्था में लाभदायक केसर (Saffron for pregnancy)

  • कुंकुम में पाए जाने वाले पोषक तत्व की जरूरत एक गर्भवती महिला को होती है| यदि रोज रात को एक गिलास दूध में कुंकुम के कुछ धागे डालकर सेवन किया जाता है तो इससे माता और होने वाला शिशु दोनों ही स्वस्थ रहते हैं|

मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं में (Saffron for menstrual problem)

  • मासिक धर्म में होने वाली अनियमितता या मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में कुंकुम का सेवन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है| इसके लिए आप कुंकुम को उचित मात्रा में एक गिलास गुनगुने पानी में डाल दें| अब कुछ देर तक इसे हिलाने के बाद पी लें इससे आपको दर्द में काफी आराम मिलेगा|

सूजन का शमन करें (Kesar for swelling)

  • केसर में काफी अच्छी मात्रा में सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं जिसके कारण यह सूजन का शमन कर पाने में सहायक होता है| यदि आप भी सूजन को खत्म करना चाहते हैं तो कुंकुम का सेवन कर सकते हैं|

त्वचा को चमकदार बनाए (Saffron for bright skin)

  • यदि चंदन और कुंकुम से बने हुए पेस्ट को चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद गुनगुने पानी से धोएं तो इससे चेहरे में चमक बनी रहती है तथा त्वचा का रंग निखरता है

सर्दी जुखाम में लाभदायक (Kesar for cold and cough)

  • सर्दियों में होने वाले सर्दी जुखाम में कुंकुम का सेवन बहुत फायदेमंद साबित होता है| दूध में यदि कुंकुम डालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन किया जाता है तो इससे सर्दी और खांसी की समस्या को आसानी से दूर किया जा सकता है| केसर की तासीर गर्म होने के कारण यह कफ को आसानी से बाहर निकाल पाने में सहायक होता है|

रूसी को खत्म करें (Saffron for dandruff)

  • कई बार अलग-अलग शैंपू और तेल का प्रयोग भी हमारे बालों में उपस्थित रूसी को नहीं मिटा पाता है| ऐसे में यदि आप काली मिर्ची और कुंकुम को बराबर मात्रा में तेल में पकाते हैं तथा उस तेल को यदि बालों में लगाते हैं तो इससे रुसी को दूर किया जा सकता है|

घाव को भरने में (Saffron for wound)

  • घाव पर यदि केसर के पत्तों का लेप लगाया जाता है तो इससे घाव स्वच्छ होता है तथा जल्दी भरता है| यदि आपका घाव भी काफी दिनों से नहीं भर रहा है तो आप इस उपाय को अपना सकते हैं|

मूत्र संबंधी समस्याओं को समाप्त करें (Saffron for urinary disease)

  • मूत्र से जुड़े संक्रमण या मूत्र संबंधी समस्याओं में केसर के काढ़े में नमक मिलाकर सेवन करना चाहिए| इससे जल्द ही मूत्र से जुड़ी हुई समस्याओं से निजात मिल सकता है|

हैजा को दूर करें

  • हैजा को दूर करने के लिए कैसर में कुछ बूंद नींबू का रस मिलाएं| जब यह अच्छे से मिल जाए तो इसे सेवन करने से हैजा संबंधी समस्याओं और हैजा को दूर किया जा सकता है|

यकृत के लिए लाभदायक (Saffron for liver)

  • करेले के 10ml रस में यदि केसर मिलाकर सेवन किया जाता है तो इससे लीवर या यकृत में लाभ मिलता है तथा पाचन संबंधी समस्याओं का भी शमन होता है|

सिर दर्द में (Kesar for head ache)

  • सिर दर्द होने पर केसर से सिद्ध घी को नाक में डालना चाहिए| आप इसकी दो से तीन बूंद नाक में डाल सकते हैं ऐसा करने से सिर दर्द में आराम मिलता है|

पुरुषों के लिए लाभदायक

  • पुरुषों में होने वाले वीर्य विकार जैसे शीघ्रपतन, स्वप्नदोष आदि में भी केसर काफी हद तक सहायता करता है| यदि आप इन समस्याओं में केसर का उपयोग करते हैं तो इनसे निजात पाया जा सकता है|

उपयोगी अंग(Important Parts of Saffron)

  • केसर

सेवन मात्रा(Dosage of Saffron)

  • 1/2 से 1 ग्राम तक या चिकित्सक के अनुसार

सावधानियां (Precaution of Saffron)

  • केसर का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लेना चाहिए|
  • इसके सेवन से पहले आप के चिकित्सक को आपके रोग इतिहास के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए|

केसर से निर्मित औषधियां(Medicines Manufactured from Saffron)

  • कुमकुमादि घृत
  • कुमकुमादि तेल

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