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सफेद मूसली (Safed musli)

सफेद मूसली  का परिचय: (Introduction of Safed musli)

Table of Contents

सफेद मूसली क्या है? (What is Safed musli)

यह एक ऐसी औषधि है जिसे या सफेद मूसली को शक्तिवर्द्धक जड़ी बूटी माना जाता है  इसलिए आयुर्वेद में औषधि के रूप में इसका बहुत इस्तेमाल किया जाता है| श्वेत मूसली की जड़ और बीज, विशेष रूप से औषधि के रूप में बहुत फायदेमंद होते हैं| यह रोगो को दूर करने के लिए रामबाण की तरह प्रयोग की जाती है| यह औषधि नही बल्कि यह एक महा औषधि है|

 इसकी जड़ों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम आदि अत्यधित मात्रा में पाए जाते हैं| जो अनेक बीमरियों में इसका उपयोग किया जाता है और कामोत्तेजक और कफ को कम करने में मदद करता है| यह स्तनों में दूध को बढ़ाने में मदद करता है

यहां तक श्वेत मूसली मोटापा, अर्श, सांसों के रोग, खूनी की कमी या एनिमिया  में भी लाभ पहुंचाता है| आप इसका लाभ ह्रदय विकार तथा डायबिटीज जैसे रोगों में भी ले सकते हैं| इस औषधि के फायदे यही पर ही समाप्त नही होते है| इसके और भी फायदे है जिसके बारे में आज आपको विस्तार से परिचित करवायंगे| 

बाह्य स्वरुप (आकृति विज्ञान) (Safed musli ki akriti)

कही लोग इसे सफेद मूसली मानते है पर यह शतावर की प्रजाति होती है| यह श्वेत मूसली से अलग होता है| इसकी कड़े पतली झुरीदार तथा मुड़ी, कड़ी तथा आसानी से टूटने वाली होती है| इसकी जडो को पानी में डालने से यह फुल जाती है|  इसकी जडो की छाल निकलकर, सुखाकर सफेद मूसली के नाम से बाजार में बेचा जाता है| भारत में इसकी खेती की जाती है| दो तरह के पौधे का सफेद मूसली के लिए किया जाता है| जी की गुणों में सम्मान होती है|

  1. Chlorophytum borivilianum santapau & Fernandes

यह भारत में पहाड़ी क्षेत्रो में पाया जाता है| यह कंदीयजड़ वाला दो साल तक जीवित रहने वाला पौधा होता है| इसके पत्ते सरल, भालाकार तथा आधा भाग अंडाकार व एकांतर होते है| इसके फूल सफेद होते है| इसकी जड़ सफेद रंग की, लम्बी तथा गुच्छे में चिपचिपी और मधुर रस वाली होती है|  बाजार में श्वेत मूसली के नाम से इसे बेचा जाता है|

  • Chlorophytum arundinaceum Baker

यह  कंदीय मुलयुक्त पौधा होता है| इसके पत्ते 40 सेमी तक लम्बे आगे के भाग से नुकीले तथा चमकीले हरे रंग के होते है|  इसके फुल सफेद रंग के होते है| इसकी जड़ के पास लम्बे, सुत्राकार जडो के गुच्छे निकलते है|  जिसके आगे के भाग मोटे बेलनाकार, लम्बे कन्द लगे हुए होते है| जो अंदर से सफेद, भूरे रंग के होते है| 

सफेद मूसली के पौषक तत्व (Safed musli ke poshak tatva)

  • कार्बोहाइड्रेट
  • प्रोटीन
  • फाइबर
  • कैल्शियम
  • पोटैशियम
  • मैग्नीशियम
सफेद मूसली  के सामान्य नाम Herbal Arcade
सफेद मूसली के सामान्य नाम Herbal Arcade

सफेद मूसली  के सामान्य नाम (Safed musli common names)

वानस्पतिक नाम (Botanical Name) Chlorophytum borivilianum
अंग्रेजी (English) White musli
हिंदी (Hindi) श्वेत मूसली
संस्कृत (Sanskrit) बल्यकन्दा, धवलमूली;
अन्य (Other)मूसली सफेद (उर्दू) श्वेत मूसली (कन्नड़) उजली मुसली (गुजराती) तनीरवीथंग  (तमिल) श्वेत मूसली (तेलगु) कुलई (मराठी) सहेदेवेली  (मलयालम) शुकाकुले हिन्दी (अरबी) शुकाकुले हिन्दी (फारसी)
कुल (Family)Liliaceae 

सफेद मूसली के आयुर्वेदिक गुण धर्म (Safed musli ke Ayurvedic gun)

दोष (Dosha) वातपित्तशामक (pacifies vata and pitta), कफवर्धक (increase cough)
रस (Taste) मधुर (sweet)
गुण (Qualities) गुरु (heavy), स्निग्ध (oily)
वीर्य (Potency) शीत (cold)
विपाक(Post Digestion Effect) मधुर (sweet)
अन्य (Others)मूत्रल, बल्य, रसायन,
Ayurvedic properties of Safed musli Herbal Arcade
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सफेद मूसली के औषधीय फायदे एवं उपयोग (Safed musli ke fayde or upyog)

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए (for immunity system)

  • श्वेत मूसली शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है जिससे सर्दी-जुकाम समेत कई तरह की  बीमारियों से आपका बचाव होता है| अगर आप बार बार सर्दी-जुकाम  शिकार हो रहे हैं तो ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए श्वेत मूसली का सेवन करें और इससे शरीर स्वस्थ रहता है|

वजन घटाने के लिए (for weight loss)

  • यदि कोई अपने बढ़ते वजन से परेशान है तो इसका प्रयोग वजन घटाने में भी किया जाता है| इसके लिए श्वेत मूसली के चूर्ण को गर्म पानी के साथ पिने से आप अपने वजन को घटा सकते है|

माताओ के स्तन के दूध को बढाने के लिए मूसली का उपयोग

  • माताओं के स्तनों में दूध बढ़ाने के लिए श्वेत मूसली फायदे का लाभ उठाना चाहिए| इसके लिए श्वेत मूसली का प्रयोग इस तरह से करना चाहिए| सफेद मूसली के चूर्ण में बराबर भाग मिश्री मिला लें| इसे दूध के साथ सेवन करें| इससे स्तनों में दूध की वृद्धि होती है|

पेचिश में

  • श्वेत मूसली का सेवन करने पर खुनी दस्त की परेशानी से निजात मिल सकता है| इसके लिए श्वेत मूसली की जड़ के चूर्ण को दूध में मिला लें| फिर इसको सेवन करने से दस्त, पेचिश तथा भूख की कमी जैसी परेशानियों में लाभ मिलता है|

पेट दर्द में सफेद मूसली

  • अगर आपके खान पान की गड़बड़ी के कारण  पेट दर्द, खाना ना खाने की इच्छा, दस्त जैसी समस्याएं हो रही है  श्वेत मूसली का सेवन करें| इसके लिए श्वेत मूसली के कंद के चूर्ण का सेवन करना चाहिए| कंद के चूर्ण का सेवन करने से दस्त, पेट की गड़बड़ी, पेट दर्द और भूख ना लगने की समस्या ठीक होती है|

मूत्र रोग में (for urinary disease)

  •  यदि आपको को पेशाब करते समय दर्द या जलन हो रही है तो इस रोग में मूसली बहुत फायदेमंद होता है| मूसली जड़ के चूर्ण को सेवन करें| मूत्र रोग में लाभ होता है|

महिलाओ में सफेद पानी की समस्या में उपयोगी

  • सफेद पानी की समस्या महिलाओं को होने वाली एक बीमारी है| इस रोग के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है| आप सफेद मूसली का प्रयोग करके सफेद पानी की समस्या को ठीक करने में मदद पा सकते हैं| इसको ठीक करने के लिए सफेद मूसली के कंद चूर्ण का सेवन करें| इसे आप जल्दी से राहत मिलती है|

सुजाक में सफेद मूसली

  • सुजाक एक तरह का योन से संबंधित रोग है, जो यौन संपर्क के कारण होता है| अगर इसका समय पर इलाज ना किया गया तो नपुंसक होने की संभावना भी रहती है| सफेद मूसली के चूर्ण का सेवन करने से सुजाक में लाभ मिलता है| यदि आप भी इस रोग से ग्रस्त है तो इसका उपयोग आपके लिए बहुत ही लाभकारी है|

कमजोरी दूर करने के लिए

  • कभी-कभी   लम्बी बीमारी कारण या फिरकिसी  अन्य कारणों से लोगों को शारीरिक कमजोरी की शिकार हो जाते है| इसमें सफेद मूसली चूर्ण का सेवन करने से लाभ मिलता है| सफेद मूसली के कंद के  चूर्ण में मिश्री मिला लें| इसे दूध के साथ सेवन करें| सफेद मूसली का उपयोग सामान्य कमजोरी तथा लिंग से संबंधित कमजोरी को दूर करने में होती है|

वीर्य की वृद्धि के लिए सफेद मूसली

  • कही व्यक्तियों को शुक्राण दोष की समस्या होती है|इस कारण काफी परेशान रहते है| शुक्राणु की कमी, पेशाब में जलन आदि रोगों में सफेद मूसली का प्रयोग से लाभ होता  है|  इसे आप मूसली के चूर्ण में समान मात्रा में शक्करमिलाकर इसे गाय के दूध के साथ सेवन करने से लाभ मिलता है और वीर्यकी वृद्धि होती है|

जोड़े के दर्द में (Safed musli for joints pain)

  • बढती उम्र के साथ हर कोई व्याक्ति जोड़ो के दर्द से परेशान रहता है| इस परशानी से छुटकारा पाने के लिए सफेद मूसली के कंद को पीसकर लेप करने से या चूर्ण का सेवन करने से जोड़ो के दर्द में आराम मिलता है|

कामशक्ति को बढ़ाने के लिए सफेद मूसली

  • कई बार काम के तनाव के कारण या किसी शारीरिक समस्या के कारण  कामशक्ति में कमी आ जाती है| इस समस्या को दूर करने के  सफेद मूसली के साथ, समान मात्रा में गुडूची सत्त्, कौंञ्च बीज, गोखरू, सेमलकंद, आँवला तथा शर्करा लें| इनका चूर्ण बना लें| इसे घी तथा दूध में मिलाकर पीने से कामशक्ति की इच्छा बढ़ती है| पुरूषों के इस यौन समस्या में सफेद मूसली का उपयोग बहुत लाभकारी होता है|

उपयोगी अंग (भाग) (Important parts of Safed musli)

  • जड़

सेवन मात्रा (Dosages of Safed musli)

  • चूर्ण 2 से 4 ग्राम

सफ़ेद मूसली से निर्मित औषधियां

  • मुशलीपाक
  • मुशल्यादि योग

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